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यह कैसा मज़ाक? और क्यों ?

सीधी बात
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कुछ दिनों पहले एक sms मेरे पास आया | एक टीचर ने अपने स्टूडेंट से पूछा “देवकी के पहले पुत्र को कंस ने कैसे मारा ?” बच्चे ने जवाब दिया तलवार से फिर टीचर ने पूछा दुसरे पुत्र को ? बच्चे ने जवाब दिया जहर पिला कर तीसरे पुत्र को ? स्टूडेंट ने कहा ,”आखिर क्या जरुरत थी कंस को देवकी और वासुदेव को जेल में एक साथ रखने की?” कहने को यह एक मजाक है मगर इससे यही पता चलता है कि हंसी -मजाक का स्तर कितना गिर गया है कि जिस भगवान को स्मरण करके आम जन अपने दुखो से निकलने का रास्ता खोज लेते उन्ही पालनकर्त्ता को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है ! कोई शक्ति है जो समूचे विश्व को चला रही है उसी आस्था और विश्वास को आधार मान कर हमारे अन्दर आत्म-विश्वास आता वही राम है वही कृष्ण है दुखो और परेशानियों में हम इन्हें ही याद करते हमारे कष्ट यदि दूर हो गए तो धन्यवाद देते है नहीं तो उनकी इच्छा के आगे सर झुकाते है ! राम और कृष्ण का अवतार मानव जीवन को एक रास्ता दिखाने के लिए हुआ !एक साधारण मानव बन कर वे धरती पर अवतरित हुए ‘धर्म’ की स्थापना के लिए कृष्ण का पूरा जीवन-दर्शन “Time-management” का बढ़िया उदाहरण है ! अपने जीवन काल में बाल्यवस्था से ले कर महाभारत की लड़ाई तक अपने जीवन के हर क्षण का उपयोग मानवीय मूल्यों की स्थापना तथा आसुरी प्रवृतियों के समूल नाश के लिए किया चाहे वे नटखट कान्हा की बाल लीलाए हो जिसमे वे एक साधारण बालक की तरह चोरी ,रूठना ,मनाना,हठ करना सभी तरह की लीलाए की मगर उस दौरान भी उन्होंने कर्म किया पूतना वध से लेकर कालिया मर्दन करके आसुरी शक्तियों का दमन किया प्रेम और माधुर्य एक आयु विशेष की नैसर्गिक प्रवृति है गोपियों तथा ,राधा के साथ रासलीला करके प्रेम जैसे सहज भाव को भी जीवन में स्थान दिया ,एक निश्चित समय पर अपनी हर आयु को मानव जीवन के सामान जी करआगे बढ़ गए महाभारत की लड़ाई में कुरुक्षेत्र में जरुरी पड़ने पर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया अपने विराट रूप का प्रदर्शन करके अर्जुन को मोह -माया को त्याग कर युद्ध भूमि में धर्म की स्थापना के लिए लड़ाई करने को प्रेरित किया
ऐसे महा वन्दनीय श्री कृष्ण के बारे में जानकारी के अभाव में ही इस तरह के मजाक होने लगे है इस लिए जरुरी है कि महापुरुषों तथा देवी -देवताओ के बारे में सही जानकारी दी जाये लोगो को जबकि साधन मौजूद है मगर उसका लाभ उठाने वाला कोई नहीं ढेर सारी किताबे ,नेट टीवी ,वीडियो बहुत सी ऐसी चीजे है जिनसे हम अपनी संस्कृति के बारे में जान सकते है !

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